आयुर्वेदिक उपाय केले से ताकत बढ़ाने के लिए:
केले एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल हैं जो आयुर्वेद में ताकत बढ़ाने के लिए जाना जाता हैं।
यहाँ कुछ उपाय दिए गए हैं जिनका उपयोग आप केले को अपनी ताकत बढ़ाने के लिए कर सकते हैं:
1. केला शेक:
- 2 पके केले
- 1 कप दूध
- 1/2 छोटा चम्मच पिसी हुई हल्दी
- 1/4 छोटा चम्मच पिसी हुई अदरक
- 1/4 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच बादाम
- 1 बड़ा चम्मच शहद (वैकल्पिक)
सभी सामग्री को ब्लेंडर में मिलाकर चिकना शेक बना लें। सुबह नाश्ते में या कसरत के बाद इसका सेवन करें।
2. केला और घी:
- 1 पका हुआ केला
- 1 छोटा चम्मच घी
केले को मैश करें और उसमें घी मिलाएं। खाली पेट सुबह का सेवन करें।
3. केला और दही:
- 1 पका हुआ केला
- 1 कप दही
केले को मैश करें और दही में मिलाएं। दोपहर के भोजन के बाद इसका सेवन करें।
4. केले के साथ त्रिफला:
- 1 पका हुआ केला
- 1/2 छोटा चम्मच त्रिफला पाउडर
केले को मैश करें और उसमें त्रिफला पाउडर मिलाएं। रात को सोने से पहले इसका सेवन करें।
अन्य सुझाव:
- नियमित रूप से व्यायाम करें, खासकर शक्ति प्रशिक्षण।
- पर्याप्त नींद लें।
- तनाव कम करें।
- स्वस्थ और संतुलित आहार खाएं।
- हाइड्रेटेड रहें।
ध्यान दें:
- यदि आप किसी भी स्वास्थ्य स्थिति से पीड़ित हैं, तो इन उपायों का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- यदि आपको एलर्जी है या कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया है, तो तुरंत इन उपायों का उपयोग बंद कर दें।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि केवल केले खाने से आपकी ताकत नहीं बढ़ेगी। आपको अपनी जीवनशैली में अन्य स्वस्थ आदतों को भी शामिल करना होगा।
यौन संबंधों से जुड़ी समस्याएं:
- यौन संबंधों में तालमेल न होना, यौन इच्छाओं में अंतर, या किसी भी तरह की यौन असंतुष्टि भी पति-पत्नी के बीच झगड़े का कारण बन सकती है।
7. व्यसन:
- किसी भी तरह का व्यसन, जैसे कि शराब, ड्रग्स या जुआ, शादीशुदा जीवन में कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता है और झगड़े का कारण बन सकता है।
8. मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं:
- अवसाद, चिंता या किसी भी अन्य प्रकार की मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी पति-पत्नी के बीच संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं और झगड़े का कारण बन सकती हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शादीशुदा जीवन में झगड़े होना स्वाभाविक है।
कुछ सुझाव जो पति-पत्नी झगड़े कम करने में मदद कर सकते हैं:
- एक दूसरे से खुलकर और ईमानदारी से बात करें।
- अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने के लिए positive statements का इस्तेमाल करें।
- एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें।
- समझौता करने के लिए तैयार रहें।
- जरूरत पड़ने पर पेशेवर मदद लें।
यह भी याद रखें कि हर रिश्ता अलग होता है और इनमें से सभी कारण हर शादी पर लागू नहीं हो सकते हैं।
अगर आप और जानकारी चाहते हैं, तो आप किसी विवाह परामर्शदाता या मनोवैज्ञानिक से बात कर सकते हैं।
पाठक समस्या : मुझे कोई बीमारी नहीं है। पिछले 7-8 साल से शीघ्रपतन और तनाव न आने की बीमारी है। योनि में लिंग प्रवेश कराते ही मुश्किल से 10 या 20 सेकंड में ही वीर्य निकाल जाता है, कोई अच्छी सी दवाई बताइए।
Comments
Post a Comment